बांग्लादेश इतिहास रचने से चूका, पाक नया एशियाई चैंपियन
मीरपुर। पूरे एशिया कप में शानदार अंदाज में प्रदर्शन करने वाला मेजबान देश बांग्लादेश इतिहास रचने से महज दो रन से चूक गया। मीरपुर के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम पर खेले गए रोमांचक फाइनल मैच में पाक टीम ने आखिरी ओवर की आखिरी गेंद तक गए मैच को जीतकर नया एशियाई क्रिकेट चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया है।
पाकिस्तान द्वारा दिए गए 237 के लक्ष्य का पीछा करते हुए बांग्लादेश की टीम ने शुरुआत शानदार की और सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल और नजीमुद्दीन ने अर्धशतकीय साझेदारी करके टीम की उम्मीदें जगा दीं। लेकिन 17वें ओवर में नजीमुद्दीन का विकेट गिरने से मेजबान टीम को पहला झटका लगा। इसके बावजूद तमीम का कहर जारी रहा और सीरीज में उन्होंने लगातार अपना चौथा अर्धशतक पूरा किया। इसी बीच जहुरुल इस्लाम ने शून्य पर अपना विकेट खो दिया जिसके बाद घरेलू फैंस की धड़कनें बढ़ गईं। 24वें ओवर में बांग्लादेश को सबसे करारा झटका लगा और उमर गुल की एक शानदार गेंद पर तमीम इकबाल 60 रन बनाकर कैच आउट हो गए। तमीम के जाने के बाद सारी जिम्मेदारी शाकिब अल हसन पर आ गई और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाया भी। शाकिब ने धुआंधार अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 72 गेंदों में 68 रन बना डाले लेकिन जैसे ही शाकिब और उनके साथ पिच पर टिके नासिर हुसैन [28] का विकेट गया तस्वीर अचानक धुंधली सी लगने लगी। कुछ देर तक एक और दो रन का सिलसिला चलता रहा लेकिन स्लाग ओवरों में महमुदुल्ला और मुर्तजा ने जानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम को अंतिम क्षणों तक पहुंचा ही दिया। मुर्तजा [18] तो आउट हुए लेकिन महमुदुल्ला ने पारी को आगे बढ़ाया और मैच आखिरी ओवर तक पहुंच गया जहां 6 गेंदों में 9 रनों की जरूरत थी। गेंदबाज चीमा की सधी हुई गेंदबाजी इस बार पाकिस्तान के काम आई और इस गेंदबाज ने आखिरी गेंद पर अपनी टीम को 2 रनों से जीत दिलाई जब बांग्लादेश को एक चौके की जरूरत थी। वैसे इस रोमांचक मैच में चाहे नतीजा जो भी निकला हो लेकिन करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का दिल जिस टीम ने जीता वो बांग्लादेश ही है।
इससे पहले पाक को पहले बल्लेबाजी के लिए न्योता देने के बाद बांग्ला गेंदबाजों ने बल्लेबाजों पर शुरू से दबाव बनाना शुरू किया। मशरफे मुर्तजा ने मेजबान टीम को पहली सफलता पांचवें ओवर में दिलाई जब नासिर जमशेद को मात्र नौ रन के निजी स्कोर पर महमूदुल्लाह के हाथों कैच आउट कराया। अगले ही ओवर में नजमुल हुसैन ने नए बल्लेबाज यूनुस खान [1] को एलबीडब्ल्यू कर पाक को जल्द ही दूसरा करारा झटका दिया। नजमुल हुसैन ने अंतिम लीग मैच में श्रीलंका के शुरू के तीनों विकेट झटककर हालत खराब की थी। इसके अलावा क्षेत्ररक्षकों ने पाक बल्लेबाजों को आउट करने के कुछ मौके गंवाए। नासिर हुसैन ने रन चुराने का प्रयास कर रहे कप्तान मिस्बाह-उल-हक [13] को सटीक थ्रो से रन आउट कर दिया। एक छोर संभालने वाले ओपनर मोहम्मद हाफिज ने संयम से खेल दिखाते हुए टीम को संकट से बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन अनुशासित गेंदबाजी करने वाले अब्दुर रज्जाक ने उन्हें नजमुल के हाथों कैच आउट कराकर पवेलियन की राह दिखाई। हाफिज ने 87 गेंदों में चौके की मदद से 40 रन बनाए। 70 रन पर चार विकेट गंवाने के बाद उमर अकमल [30] और हमद आजम [30] ने पांचवें विकेट के लिए 58 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी निभाकर टीम को संकट से बाहर उबारने की कोशिश की। शाकिब अल हसन ने आजम को काटएंडबोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा। महमूदुल्लाह ने उमर अकमल को विकेट के पीछे कैच कराकर पाक की उम्मीदों पर जोर का झटका दे दिया। विस्फोटक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी ने तेजी से खेलते हुए टीम का स्कोर दो सौ के पार पहुंचाने की कोशिश की लेकिन शाकिब की गेंद पर हवाई शाट मारने के प्रयास में नासिर के हाथों लपके गए। उन्होंने 22 गेंदों में चार चौका व एक छक्के के साथ 32 रन बनाए। इसके कुछ ही समय बाद उमर गुल और सइद अजमल भी चार-चार रन बनाकर पवेलियन लौट गए। गनीमत रही कि सरफराज अहमद [नाबाद 46] का बल्ला आखिरी में गरज उठा और उनकी पारी के दम पर 9 विकेट के नुकसान पर पाकिस्तान 237 का लक्ष्य खड़ा करने में सफल हो सका।
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