Sunday 15 April 2012

बर्फबारी के बीच खुले केदारनाथ के कपाट

भारी बर्फबारी के बीच ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। शीतकाल में छह माह तक यहीं पर केदार बाबा की पूजा होगी। पहले दिन भाजपा नेता उमा भारती और उद्योगपति अनिल अंबानी ने भी केदारनाथ के दर्शन किए। इसके अलावा तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट भी खोले दिए गए, जबकि बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को ब्रहममुहूर्त में खोल दिए जाएंगे।

शनिवार सुबह बारिश और बर्फबारी के बीच रावल भीमा शंकर लिंग की मौजूदगी में मंदिर के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने उत्सव डोली से भगवान शिव की मूर्ति को निकालकर मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित किया। इसके बाद ठीक साढ़े सात बजे केदारनाथ के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिए गए। इस अवसर पर देश-विदेश से आए करीब ढाई हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने भागवान केदारनाथ के जयकारे लगाए। वहीं, शनिवार को तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट भी खोले गए।

महत्व

हिमालय पर्वत की गोद में स्थित केदारनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिग में शामिल होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है। यहां की प्रतिकूल जलवायु के कारण यह मंदिर अप्रैल से नवंबर माह के बीच ही दर्शन के लिए खुलता है। पत्थरों से कत्यूरी शैली से बने इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इसका निर्माण पाण्डव वंश के जन्मजेय ने कराया था। यहां स्थित शिवलिंग अति प्राचीन है। आदि शंकराचार्य ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया।

इतिहास

बद्रीनाथ और केदारनाथ-ये दो प्रधान तीर्थ हैं, दोनों के दर्शनों का बड़ा ही माहात्म्य है। केदारनाथ के संबंध में लिखा है कि जो व्यक्ति केदारनाथ के दर्शन किए बिना बद्रीनाथ की यात्रा करता है, उसकी यात्रा निष्फल जाती है और केदारनाथ सहित नर-नारायण-मूर्ति के दर्शन का फल समस्त पापों के नाश के साथ-साथ जीवन मुक्ति प्रदान करता है।

इस मंदिर की आयु के बारे में कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं है, पर एक हजार वर्षो से केदारनाथ एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा रहा है। राहुल सांकृत्यायन के अनुसार ये 12-13वीं शताब्दी का है। ग्वालियर से मिली एक राजा भोज स्तुति के अनुसार उनका बनवाया हुआ है जो 1076-99 काल के थे। एक मान्यतानुसार वर्तमान मंदिर 8वीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य द्वारा बनवाया गया जो पांडवों द्वारा द्वापर काल में बनाए गए पहले के मंदिर के बगल में है। मंदिर के बड़े धूसर रंग की सीढि़यों पर पाली या ब्राह्मी लिपि में कुछ खुदा है, जिसे स्पष्ट जानना मुश्किल है। फिर भी इतिहासकार मानते हैं कि शैव लोग आदि शंकराचार्य से पहले से ही केदारनाथ जाते रहे हैं। 1882 के इतिहास के अनुसार साफ अग्रभाग के साथ मंदिर एक भव्य भवन था जिसके दोनों ओर पूजन मुद्रा में मूर्तियां हैं। पीछे भूरे पत्थर से निर्मित एक टावर है इसके गर्भगृह की अटारी पर सोने का मुलम्मा चढ़ा है। मंदिर के सामने तीर्थयात्रियों के आवास के लिए पंडों के पक्के मकान है। जबकि पूजारी या पुरोहित भवन के दक्षिणी ओर रहते हैं।

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Friday 13 April 2012

urgent requirement for Health Ministry of Iraq Only for Government Hospital ( MOH)


REQUIRED FOR MINISTRY OF HEALTH , IRAQ

S.No
CATEGORY
QTY(APPROX)
SALARY (USD)
1
ANAESTHETIST DOCTORS
150
3000 - 3500

Nurses for under mentioned departments (only female)
1
OPD / EMERGENCY
100
600
2
SURGERY/ OT
100
850
3
BURNS DEPARMENTS
90
750
4
I.C.U /R.C.U
90
750
5
C.C.U
90
750
6
NEURO SURGERY
50
850
7
INFANT SURGERY
60
850
8
SENIOR
20
900
9
GENERAL NURSES
400
600




TERMS & CONDITIONS:


1. Place of Employment : Iraq
2. Period of Employment : 01 year and renewable
3. Food : Provided by employer
4. Accommodation : Provided by employer.
5. Medical : Provided by employer
6. All other terms & condition shall be in accordance with the Iraq Labor Law.


Interested candidate send there cv at pramodmsint@gmail.com 

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Wednesday 11 April 2012

पोलार्ड ने दिखाया दम, मुंबई इंडियंस की तीसरी जीत

मुंबई। कीरोन पोलार्ड [64 रन, 4/44] के हरफनमौला खेल व अंबाती रायुडू [नाबाद 47] की आतिशी पारी ओवैस शाह [76] की धमाकेदार बल्लेबाजी के आगे बीस साबित हुई जिसकी बदौलत मुंबई इंडियंस ने आईपीएल-पांच के 12वें मुकाबले में राजस्थान रायल्स को 27 रनों से हराते हुए टूर्नामेंट में अपनी तीसरी जीत हासिल कर ली।

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